Indraprastha Gas Share Price: नमस्कार दोस्तों! अगर आप स्टॉक मार्केट के दीवाने हैं, तो हाल के दिनों में इंद्रप्रस्थ गैस (IGL) के शेयरों की तेजी ने आपका ध्यान खींचा होगा। अक्टूबर 2025 की शुरुआत में ही गुजरात सरकार के टैक्स कट और PNGRB के टैरिफ रिफॉर्म ने इस कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। शेयर प्राइस जो कुछ दिनों पहले ₹200 के आसपास घूम रहा था, अब ₹220 के पार पहुंच चुका है। और ऊपर से दो प्रमुख ब्रोकरेज फर्म्स – मोटिलाल ओसवाल और UBS – ने ₹250 का टारगेट प्राइस दे दिया है। क्या ये रिफॉर्म्स IGL को लंबे समय तक फायदा पहुंचाएंगे? इस आर्टिकल में हम इसी पर गहराई से बात करेंगे। अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो अंत तक पढ़ें – क्योंकि यहां डिटेल्स, एनालिसिस और प्रैक्टिकल टिप्स सब कुछ है। चलिए शुरू करते हैं! About Us
इंद्रप्रस्थ गैस का वर्तमान शेयर प्राइस और हालिया परफॉर्मेंस
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) भारत की प्रमुख सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) कंपनियों में से एक है, जो दिल्ली-NCR और आसपास के इलाकों में PNG (पाइप्ड नेचुरल गैस) और CNG सप्लाई करती है। 9 अक्टूबर 2025 तक, IGL का शेयर प्राइस BSE पर ₹218.70 के आसपास ट्रेड कर रहा है, जो पिछले हफ्ते के मुकाबले 8-10% ऊपर है। ये तेजी अचानक नहीं आई – बल्कि गुजरात में VAT कट और टैरिफ रिफॉर्म्स की वजह से हुई है।
- हालिया ग्रोथ ट्रेंड: पिछले एक साल में IGL का शेयर 15-20% बढ़ा है, लेकिन इस महीने की शुरुआत में 12% की जंप ने निवेशकों को सरप्राइज दिया।
- मार्केट कैप: करीब ₹15,000 करोड़, जो सेक्टर में टॉप प्लेयर्स में शुमार है।
- पी/ई रेशियो: 16x FY27 अनुमानित, जो इंडस्ट्री एवरेज से थोड़ा बेहतर है।
- डिविडेंड यील्ड: 1.5% के आसपास, जो स्टेबल इनकम के लिए अच्छा है।
ये आंकड़े बताते हैं कि IGL न सिर्फ शॉर्ट-टर्म गेन दे रही है, बल्कि लॉन्ग-टर्म इनवेस्टमेंट के लिए भी मजबूत कैंडिडेट है। लेकिन असली सवाल ये है – टैक्स और टैरिफ रिफॉर्म्स कैसे फायदा पहुंचा रहे हैं? आइए डिटेल में देखें।
टैक्स और टैरिफ रिफॉर्म्स: IGL को कैसे मिल रहा है बड़ा फायदा?
भारत में नेचुरल गैस सेक्टर को लंबे समय से टैक्स और रेगुलेटरी चैलेंजेस का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन हाल के बदलावों ने सिटी गैस कंपनियों को राहत दी है। खासकर गुजरात सरकार ने 1 अक्टूबर 2025 से गैस पर VAT को 2% तक घटा दिया, जो पहले 5-15% था। इससे IGL जैसी कंपनियों की सोर्सिंग कॉस्ट में ₹1.3 प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (SCM) की कमी आई है।
दूसरी तरफ, पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड (PNGRB) ने टू-जोन टैरिफ रिजीम लागू किया है। ये रिफॉर्म दिल्ली-NCR जैसे हाई-डेंसिटी एरिया में मार्जिन को बूस्ट करेगा। MOFSL की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे EBITDA मार्जिन में ₹0.7-1.3/SCM का इजाफा होगा। कुल मिलाकर, ये बदलाव IGL के प्रॉफिट को 15-20% ऊपर ले जा सकते हैं।
प्रमुख रिफॉर्म्स और उनके इम्पैक्ट
- VAT कट इन गुजरात: गैस सोर्सिंग का बड़ा हिस्सा गुजरात से आता है। 2% VAT से कॉस्ट सेविंग ₹1.3/SCM – यानी सालाना ₹500-600 करोड़ का फायदा।
- टू-जोन टैरिफ स्ट्रक्चर: पहले सिंगल-जोन था, अब हाई और लो डेंसिटी जोन्स अलग। इससे IGL को ₹0.9/SCM एवरेज बेनिफिट मिलेगा, जो EBITDA को 18% बूस्ट देगा।
- ओवरऑल कॉस्ट रिडक्शन: टैक्स ओवरहैंग खत्म होने से गैस प्राइसिंग कॉम्पिटिटिव बनेगी, जिससे कंज्यूमर डिमांड बढ़ेगी।
- एनवायरनमेंटल बूस्ट: CNG की डिमांड बढ़ने से IGL का वॉल्यूम 10-12% सालाना ग्रो कर सकता है।
ये रिफॉर्म्स न सिर्फ शॉर्ट-टर्म प्रॉफिट बढ़ाएंगे, बल्कि लॉन्ग-टर्म में कंपनी को सस्टेनेबल ग्रोथ देंगे। उदाहरण के तौर पर, FY26 में IGL का रेवेन्यू 12% ऊपर जाने का अनुमान है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट्स: ₹250 टारगेट प्राइस क्यों दिया?
ब्रोकरेज फर्म्स की रिपोर्ट्स स्टॉक निवेशकों के लिए बाइबल की तरह होती हैं। हाल ही में दो बड़ी फर्म्स ने IGL पर ‘बाय’ रेटिंग दी है, साथ ही ₹250 का टारगेट प्राइस। ये मौजूदा प्राइस से 14-15% ऊपर है, जो आकर्षक लगता है। आइए देखें क्या कह रही हैं ये रिपोर्ट्स।
मोटिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL)
- रेटिंग: बाय, टारगेट ₹250।
- वैल्यूएशन: 16x FY27 कंसोलिडेटेड P/E पर, प्लस JV से ₹47/शेयर ऐड-ऑन।
- की रीजन: टैक्स रिलीफ से EBITDA में 20% अपसाइड। टैरिफ रिफॉर्म से मार्जिन बेनिफिट ₹0.7-1.3/SCM।
- रिस्क: गैस प्राइस वोलेटिलिटी, लेकिन ओवरऑल पॉजिटिव आउटलुक।
UBS सिक्योरिटीज
- रेटिंग: बाय रीइटरेट, टारगेट ₹250।
- की हाइलाइट: टैक्स मॉडिफिकेशन से गैस सोर्सिंग कॉस्ट ₹1.3/SCM कम। ये चेंजेस IGL को कॉम्पिटिटिव एज देगी।
- फ्यूचर प्रोजेक्शन: FY26 EBITDA में 18% ग्रोथ, वॉल्यूम एक्सपैंशन से सपोर्ट।
- कंपैरिजन: MGL (महाराष्ट्र गैस) से बेहतर, क्योंकि IGL का दिल्ली फोकस मजबूत है।
ये टारगेट्स बताते हैं कि मार्केट IGL के फंडामेंटल्स को सराह रहा है। लेकिन याद रखें, ब्रोकरेज रिपोर्ट्स गाइड हैं, न कि गारंटी।
इंद्रप्रस्थ गैस कंपनी का ओवरव्यू: क्यों है मजबूत फंडामेंटल्स?
IGL की स्थापना 1998 में हुई थी, और ये GAIL, IOCL, BPCL और HBFC की जॉइंट वेंचर है। कंपनी दिल्ली, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद जैसे 5 जिलों में ऑपरेट करती है, जहां 1 करोड़ से ज्यादा कंज्यूमर्स हैं। FY25 में रेवेन्यू ₹14,000 करोड़ से ऊपर रहा, और प्रॉफिट 10% ग्रो कर ₹1,200 करोड़ पहुंचा।
स्ट्रेंग्थ्स
- मार्केट लीडरशिप: दिल्ली-NCR में 60% CNG मार्केट शेयर।
- इंफ्रास्ट्रक्चर: 6,000+ किमी पाइपलाइन, 500+ CNG स्टेशन्स।
- ग्रोथ ड्राइवर्स: EV ट्रांजिशन में CNG का रोल बढ़ेगा, प्लस PNG कनेक्शन्स 20 लाख तक पहुंचे।
- फाइनेंशियल हेल्थ: डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.1, कैश फ्लो स्ट्रॉन्ग।
कंपनी का फोकस सस्टेनेबल एनर्जी पर है, जो ग्रीन हाइड्रोजन और बायो-गैस जैसे न्यू एरियाज में एक्सपैंड कर रही है। ये सब मिलाकर IGL को फ्यूचर-प्रूफ बनाता है।
फ्यूचर आउटलुक: क्या ₹250 टारगेट रियलिस्टिक है?
अगले 12-18 महीनों में IGL के लिए स्काई हाई पोटेंशियल है। गवर्नमेंट की गैसिफिकेशन पॉलिसी से CGD नेटवर्क 300 जिलों तक फैलेगा, जहां IGL को 10 नए GA (ज्योग्राफिकल एरियाज) मिल सकते हैं। साथ ही, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के बीच CNG हाइब्रिड मॉडल्स की डिमांड बढ़ेगी।
- पॉजिटिव फैक्टर्स: टैक्स रिफॉर्म्स से कॉस्ट 10% कम, वॉल्यूम 12% ग्रोथ।
- चैलेंजेस: ग्लोबल गैस प्राइस फ्लक्चुएशन, रेगुलेटरी चेंजेस।
- प्रोजेक्टेड रिटर्न: 15-20% अपसाइड, अगर मार्केट बुलिश रहा।
- कंपैरिजन विद पीयर्स: MGL का टारगेट ₹1,800, लेकिन IGL का वैल्यूएशन बेहतर।
एनालिस्ट्स का मानना है कि ₹250 आसानी से हिट हो सकता है, खासकर Q3 रिजल्ट्स के बाद। लेकिन डाइवर्सिफाई करें – सिंगल स्टॉक पर न लगाएं सारा पैसा।
निवेश टिप्स: IGL शेयर में कैसे इनवेस्ट करें?
अगर आप IGL में निवेश की सोच रहे हैं, तो यहां कुछ प्रैक्टिकल स्टेप्स हैं। पहले अपना रिस्क प्रोफाइल चेक करें – अगर आप लॉन्ग-टर्म होल्डर हैं, तो ये परफेक्ट है।
स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- डिमैट अकाउंट ओपन करें: Zerodha या Groww जैसे प्लेटफॉर्म्स पर फ्री में।
- रिसर्च टूल्स यूज करें: Moneycontrol या NSE इंडिया पर चार्ट्स देखें।
- एंट्री पॉइंट: ₹210-215 पर खरीदें, स्टॉप-लॉस ₹200 पर।
- टारगेट स्ट्रैटेजी: ₹250 पर 50% बुक प्रॉफिट, बाकी होल्ड।
- टैक्स इम्प्लिकेशन्स: LTCG पर 12.5% टैक्स, लेकिन 1 साल होल्ड करें।
याद रखें, मार्केट वोलेटाइल है – न्यूज ट्रैक करें और एक्सपर्ट से कंसल्ट करें।
निष्कर्ष
इंद्रप्रस्थ गैस शेयर प्राइस में हालिया तेजी टैक्स और टैरिफ रिफॉर्म्स की बदौलत है, जो कंपनी को EBITDA में 20% बूस्ट देगी। दो ब्रोकरेज – MOFSL और UBS – का ₹250 टारगेट प्राइस निवेशकों के लिए ग्रीन सिग्नल है। मजबूत फंडामेंटल्स, ग्रोथ पोटेंशियल और सस्टेनेबल मॉडल के साथ IGL लॉन्ग-टर्म पोर्टफोलियो के लिए आइडियल है। लेकिन स्मार्ट रहें – रिसर्च करें, डाइवर्सिफाई करें।






