Stock in Focus: ₹6828 करोड़ का मिला ऑर्डर, फोकस में रहेगा कंस्ट्रक्शन कंपनी का स्टॉक

By Ravi Singh

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Stock in Focus

Stock in Focus: शेयर बाजार में रोजाना नई खबरें आती रहती हैं, लेकिन जब कोई कंस्ट्रक्शन कंपनी को ₹6,828 करोड़ का मेगा ऑर्डर मिलता है, तो निवेशकों की नजरें उसी पर टिक जाती हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं NCC लिमिटेड की, जो भारत की प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में शुमार है। हाल ही में कंपनी को कोल इंडिया की सब्सिडियरी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) से झारखंड के अम्रपाली ओपन कास्ट प्रोजेक्ट के लिए यह बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है। यह ऑर्डर न सिर्फ कंपनी के ऑर्डर बुक को मजबूत करेगा, बल्कि स्टॉक पर भी पॉजिटिव असर डाल सकता है। अगर आप स्टॉक मार्केट में रुचि रखते हैं, तो यह खबर आपके लिए गोल्डन ऑपर्चुनिटी हो सकती है। आइए, इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानते हैं कि यह ऑर्डर क्या है, कंपनी का बैकग्राउंड क्या है, और निवेश कैसे करें। यह आर्टिकल SEO फ्रेंडली तरीके से लिखा गया है, ताकि आप आसानी से NCC स्टॉक और ₹6828 करोड़ ऑर्डर से जुड़ी जानकारी सर्च कर सकें। About Us

Company Overview: NCC Limited

NCC लिमिटेड भारत की एक प्रमुख कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग कंपनी है, जो 1976 में स्थापित हुई थी। हैदराबाद बेस्ड यह कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, माइनिंग और वाटर रिसोर्सेज प्रोजेक्ट्स में सक्रिय है। कंपनी का टर्नओवर पिछले फाइनेंशियल ईयर में ₹21,850 करोड़ रहा, जबकि नेट प्रॉफिट ₹850 करोड़ के आसपास था। मार्केट कैप ₹13,157 करोड़ है, और इसका ROE (रिटर्न ऑन इक्विटी) पिछले तीन सालों में औसतन 11% रहा है।

NCC ने अब तक हजारों प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं, जिनमें हाईवे, ब्रिज, मेट्रो रेल, हाइड्रो पावर प्लांट्स और कोल माइनिंग शामिल हैं। कंपनी का फोकस हमेशा बड़े-बड़े गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्ट्स पर रहा है, जो इसे स्थिरता प्रदान करता है। हाल के वर्षों में, इंफ्रा सेक्टर में सरकार की भारी खर्चे ने NCC जैसे प्लेयर्स को फायदा पहुंचाया है।

  • कुंजी फैक्ट्स:
    • स्थापना: 1976
    • हेडक्वार्टर: हैदराबाद, तेलंगाना
    • एम्प्लॉयी: 3,500+ डायरेक्ट, 20,000+ कॉन्ट्रैक्ट
    • सेगमेंट्स: कंस्ट्रक्शन (80%), रियल एस्टेट (15%), अन्य (5%)
    • हालिया परफॉर्मेंस: Q2 FY25 में रेवेन्यू 15% YoY बढ़ा
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यह कंपनी न सिर्फ भारत में बल्कि मध्य पूर्व और अफ्रीका में भी प्रोजेक्ट्स चला रही है, जो इसके ग्लोबल फुटप्रिंट को दर्शाता है। ₹6828 करोड़ का ऑर्डर मिलने से कंपनी का ऑर्डर बुक अब ₹50,000 करोड़ के पार पहुंच गया है, जो अगले 2-3 सालों के लिए रेवेन्यू विजिबिलिटी देता है।

The Mega Order: Details and Significance

₹6828 करोड़ का यह ऑर्डर NCC के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) से मिला यह कॉन्ट्रैक्ट अम्रपाली ओपन कास्ट प्रोजेक्ट के लिए है, जो झारखंड के चंद्रगुप्त एरिया में स्थित है। प्रोजेक्ट का स्कोप कोल एक्सट्रैक्शन, ओवरबर्डन रिमूवल और ट्रांसपोर्टेशन शामिल है। यह कॉन्ट्रैक्ट GST एक्सक्लूडेड वैल्यू ₹6,828.94 करोड़ का है, और इसका एक्जीक्यूशन 10 सालों में होगा।

यह ऑर्डर कोल इंडिया की सब्सिडियरी CCL से आया है, जो भारत के कोल प्रोडक्शन का बड़ा प्लेयर है। भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और एनर्जी सिक्योरिटी मिशन के तहत कोल प्रोडक्शन बढ़ाने का लक्ष्य है, जिससे माइनिंग सेक्टर में ऐसे बड़े प्रोजेक्ट्स की डिमांड बढ़ी है। NCC के लिए यह ऑर्डर न सिर्फ फाइनेंशियल बूस्ट देगा, बल्कि माइनिंग डोमेन में उसकी एक्सपर्टाइज को मजबूत करेगा।

  • ऑर्डर के मुख्य पॉइंट्स:
    • वैल्यू: ₹6,828.94 करोड़ (GST एक्सक्लूडेड)
    • लोकेशन: अम्रपाली OCP, झारखंड
    • स्कोप: कोल माइनिंग, एक्सट्रैक्शन और ट्रांसपोर्ट
    • टाइमलाइन: 10 ईयर प्रोजेक्ट
    • इम्पैक्ट: कंपनी का ऑर्डर बुक 20%+ बढ़ा

इस ऑर्डर से NCC की EBITDA मार्जिन में सुधार की उम्मीद है, क्योंकि माइनिंग प्रोजेक्ट्स हाई-वॉल्यूम लेकिन लो-मार्जिन वाले होते हैं, पर लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट्स कैश फ्लो स्टेबलाइज करते हैं। मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि यह न्यूज स्टॉक प्राइस को 10-15% ऊपर धकेल सकती है। वर्तमान में NCC का शेयर प्राइस ₹209-210 के आसपास ट्रेड कर रहा है, जो पिछले 1 साल में 24% ऊपर है।

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Stock Performance Analysis

NCC का स्टॉक पिछले कुछ सालों में वोलेटाइल रहा है, लेकिन इंफ्रा बूम ने इसे रिकवर कराया। 2020 के कोविड क्रैश के बाद, स्टॉक 486% तक चढ़ चुका है। हाल ही में, Q2 रिजल्ट्स में 187% YoY प्रॉफिट ग्रोथ देखी गई, जिससे शेयर ने अपर सर्किट हिट किया।

  • परफॉर्मेंस हाइलाइट्स:
    • 1-ईयर रिटर्न: +24.5%
    • 5-ईयर रिटर्न: +150%+
    • P/E रेशियो: 15.5 (सेक्टर एवरेज 18 से कम)
    • डिविडेंड यील्ड: 0.8%
    • 52-वीक हाई/लो: ₹230 / ₹188

₹6828 करोड़ ऑर्डर की न्यूज आने के बाद, सोमवार (26 अक्टूबर 2025) को ओपनिंग में 2-3% की बढ़त देखी गई। ट्रेडर्स का फोकस अब वॉल्यूम और ब्रेकआउट पर है। अगर Nifty इंफ्रा इंडेक्स सपोर्ट करता है, तो टारगेट ₹240-250 हो सकता है। हालांकि, ग्लोबल क्यूज जैसे US इंटरेस्ट रेट्स और कमोडिटी प्राइसेस रिस्क फैक्टर्स हैं।

Investment Process: How to Buy NCC Stock

अगर आप NCC स्टॉक में निवेश करना चाहते हैं, तो प्रोसेस सिंपल है, लेकिन सिस्टमैटिक फॉलो करें। सबसे पहले, एक डीमैट अकाउंट ओपन करें। भारत में Zerodha, Groww या Upstox जैसे ब्रोकर्स आसानी से अकाउंट सेटअप करते हैं।

  • स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस:
    1. डीमैट अकाउंट ओपन: PAN, Aadhaar और बैंक डिटेल्स सबमिट करें। e-KYC से 24 घंटों में रेडी।
    2. फंड्स ऐड: बैंक से ट्रांसफर करें।
    3. ऑर्डर प्लेस: NSE/BSE पर NCC (सिंबल: NCC) सर्च करें। मार्केट या लिमिट ऑर्डर चुनें।
    4. मॉनिटर: ऐप से ट्रेड ट्रैक करें।
    5. SIP ऑप्शन: लॉन्ग-टर्म के लिए म्यूचुअल फंड्स या ETF के थ्रू इन्वेस्ट।

निवेश से पहले, रिस्क टॉलरेंस चेक करें। NCC जैसे स्टॉक्स साइक्लिकल हैं, तो डाइवर्सिफिकेशन जरूरी। टैक्स इम्प्लिकेशन्स: LTCG (15% अगर 1 साल+ होल्ड) और STCG (स्लैब रेट)।

Important Documents for Stock Investment

स्टॉक इन्वेस्टमेंट के लिए डॉक्यूमेंट्स हमेशा अपडेट रखें। गलत डॉक्यूमेंटेशन से ट्रांजेक्शन डिले हो सकता है।

  • जरूरी डॉक्यूमेंट्स:
    • PAN कार्ड: सभी ट्रांजेक्शन्स के लिए मैंडेटरी।
    • Aadhaar कार्ड: e-KYC के लिए।
    • बैंक अकाउंट स्टेटमेंट: फंड ट्रांसफर वेरिफिकेशन।
    • कैंसिल्ड चेक: ब्रोकर रजिस्ट्रेशन।
    • प्रूफ ऑफ एड्रेस: यूटिलिटी बिल या पासपोर्ट।
    • इनकम प्रूफ: हाई-वैल्यू ट्रेड्स के लिए (फॉर्म 16 या ITR)।
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डीमैट अकाउंट के लिए CDSL/NSDL रजिस्ट्रेशन भी जरूरी। अगर NRI हैं, तो OCI/PIO कार्ड ऐड करें। हमेशा डिजिटल कॉपीज रखें, क्योंकि पेपरलेस प्रोसेस तेज है।

Eligibility Criteria for Investing in Indian Stocks

भारतीय स्टॉक मार्केट में कोई भी निवेशक इन्वेस्ट कर सकता है, लेकिन कुछ क्राइटेरिया फॉलो करने पड़ते हैं।

  • बेसिक एलिजिबिलिटी:
    • उम्र: 18 साल से ऊपर।
    • रेसिडेंसी: भारतीय सिटिजन या NRI/PIO।
    • PAN: मैंडेटरी, बिना इसके ट्रेडिंग नहीं।
    • बैंक अकाउंट: लिंक्ड और एक्टिव।
    • KYC कंप्लायंस: CKYCR रजिस्टर्ड।

NRI के लिए RBI गाइडलाइंस फॉलो करें, जैसे PIS अकाउंट। माइनर्स के लिए गार्डियन अकाउंट। हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स के लिए एडवांस्ड ऑप्शन्स जैसे PMS उपलब्ध। रिस्क डिस्क्लोजर फॉर्म साइन करें, ताकि SEBI रूल्स क्लियर हों।

Future Outlook and Risks

NCC का फ्यूचर ब्राइट लग रहा है। गवर्नमेंट का ₹11 लाख करोड़ का इंफ्रा बजट और कोल प्रोडक्शन टारगेट 1.5 बिलियन टन तक बढ़ाने से ऐसे ऑर्डर्स बढ़ेंगे। कंपनी का डेब्ट-टू-इक्विटी रेशियो 0.2 है, जो हेल्दी है। एनालिस्ट्स का एवरेज टारगेट प्राइस ₹250 है।

हालांकि, रिस्क्स भी हैं:

  • मार्केट रिस्क: इकोनॉमिक स्लोडाउन से प्रोजेक्ट डिले।
  • कॉम्पिटिशन: L&T, IRCON जैसे प्लेयर्स से।
  • रेगुलेटरी: माइनिंग पॉलिसी चेंजेस।
  • इन्फ्लेशन: रॉ मटेरियल कॉस्ट बढ़ोतरी।

लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए, NCC एक सॉलिड पिक है। डाइवर्सिफाई करें और फंडामेंटल्स ट्रैक करें।

Conclusion

₹6828 करोड़ का यह ऑर्डर NCC को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है। कंस्ट्रक्शन सेक्टर में ग्रोथ की भरमार है, और स्मार्ट इन्वेस्टर्स को फायदा होगा। लेकिन याद रखें, स्टॉक मार्केट रिस्की है—रिसर्च करें, एक्सपर्ट से सलाह लें। अगर आप NCC स्टॉक पर फोकस कर रहे हैं, तो यह टाइम बाय है। क्या आप निवेश करने वाले हैं? कमेंट्स में बताएं!

Ravi Singh

मेरा नाम रवि सिंह है, मैं एक कंटेंट राइटर के तौर पर काम करता हूँ और मुझे लेख लिखना बहुत पसंद है। 4 साल के ब्लॉगिंग अनुभव के साथ मैं हमेशा दूसरों को प्रेरित करने और उन्हें सफल ब्लॉगर बनाने के लिए ज्ञान साझा करने के लिए तैयार रहता हूँ।

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